बैंक से खाते को लेकर आये फर्जी कॉल या आपके क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक होने से बचाने को माँगा गया OTP, Online fraud के ये तरीक़े तो पुराने हो चुके जिनसे अब लोग झांसे में नहीं फसते उसका कारण है।
जागरूकता, पर ऑनलाइन ठग भी काम शातिर नहीं है वे भी लोगो को ठगने के किये नए नए तरीक़े इज़ाद करते रहते है। तो आइये जानते है हाईटेक लुटेरों से बचने के लिए क्या करे और क्या न करे ?
ऑनलाइन फ्रॉड से कैसे बचा जाये इसे समझने के लिए ये जानने जरुरी है ये फ्रॉड होते कैसे है। इसके लिए हाल ही में हुए कुछ Online fraud को को समझते है।
अभी कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के एक पूर्व सैनिक ने ‘ऑनलाइन टास्क ‘ में जो की साइबर स्कैमर्स द्वारा संचालित था में अपनी सभी बचत, रिटायरमेंट फंड्स यहाँ तक की उधार की रकम कुल मिला के लगभग 1 करोड़ रुपये गंवा दिए. रिटायरमेंट के बाद वे कुछ अतिरिक्त पैसा कमाने के लिए ऑनलाइन और आसानी से किया जा सकने वाले काम की तलाश कर रहे थे।
कैसे हुआ ये Online fraud, जानते है ?
फरवरी के अंतिम हफ्ते में तब पीड़ित ने पुणे साइबर क्राइम डिपार्टमेंट में अपनी शिकायत दर्ज करते हुए बताया के उनके साथ लगभग एक करोड़ का फ्रॉड हो गया है। पुलिस को उन्होंने अपनी दर्ज शिकायत में बताया कि उन्होंने एक साल पहले एक मैसेजिंग ऐप डाउनलोड किया था।
उस ग्रुप में ग्रुप मेंबर्स को चैटिंग की अनुमति थी। वहाँ बहुत थोड़ा सा पैसा लगा के कुछ आसान टास्क को पूरा करके अच्छी कमाई का लालच दिया गया था। बुजुर्ग ने बिना सोचे हां कर दिया और फिर उनको पैसे पाने के लिए किसी App पर ads पर क्लिक करने का टास्क दिया।
शुरुआत में बुजुर्ग को ऐसा ही किया और वेलकम बोनस उनके अकाउंट में क्रेडिट हो गया. साइबर पुलिस को दिए अपने बयान में उन्हें बताया के कुछ दिन बाद उन्हें प्रीपेड टास्क के लिए 1,000 रुपये ट्रांसफर करने को कहा गया था और उस पैसे से कुछ दिन में उनको 10,000 का प्रॉफिट हुआ।
इसके बाद उनको इसपर बिश्वास हो गया और धीरे-धीरे उन्होंने इस app पर 88 लाख का प्रॉफिट हुआ पर वो उस रकम उनके खुद के अकाउंट में ट्रांसफर नहीं हुई और इसी रकम को अपने खाते में लाने के चक्कर में उन्होंने ना केवल 60 लाख की क़ीमत की बचत और रिटायरमेंट बेनिफिट्स गंवाए साथ बल्कि उनके 40 लाख रुपये जो उन्होंने अपने बेटे से उधार लिए थे वे भी चले गए।
जाँच में पता चला की उनकी ये रकम विदेशों में अलग-अलग 12 एकाउंट्स में ट्रांसफर हुई है। जिसको रिकवर करना बहुत मुश्किल है।
फर्जी sms के जरिये ऑनलाइन लूट
ये घटना भी महारष्ट्र से है यहाँ अंधेरी इलाके में रहने वाली महिला को फोन पर एक एसएमएस मिला जो घर के बिजली बिल के बारे में था, साथ ही मैसेज में चेतावनी भी थी कि यदि उन्होंने बिल का भुगतान नहीं किया तो घर की बिजली का कनेक्शन काट दिया जाएगा। मैसेज में उपरोक्त बकाया के भुगतान के लिए और अधिक सहायता के लिए एक फोन नंबर भी था।
सबसे पहले महिला हो लिया भरोसे में
महिला को लगा कि यह मैसेज बिजली विभाग की तरफ से उन्हें आया है तो उसने मैसेज में दिए गए नंबर पर कॉल लगा दी। एक व्यक्ति ने कॉल उठाया और खुद को अदानी बिजली कार्यालय का कर्मचारी बताया.
व्यक्ति ने पीड़िता को पूरी सहायता देने का आश्वासन दिया साथ ही बिल का भुगतान करने के लिए उनसे “टीम व्यूअर क्विक सपोर्ट” नाम का एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया।
उक्त व्यक्ति को बिजली कार्यालय का कर्मचारी मानते हुए पीड़िता ने ऐप डाउनलोड किया और अनजाने में अपने फ़ोन का एक्सेस देते हुए आईडी और पासकोड भी शेयर कर दिए।
कुछ ही देर बाद पीड़ित को साढ़े चार लाख रुपये, डेढ़ लाख रुपये और एक लाख रुपये के डेविट होने के एक के बाद एक तीन एसएमएस मिले और उनके खाते से कुल 7 लाख रुपये निकाले उड़ गए।
Online fraud से बचने के लिए क्या करे।
- ऐसे किसी भी मैसेज या विज्ञापन के बहकावे में न फसें जो बहुत आसान ऑनलाइन कार्य करके पैसे कमाने का लुभावना अवसर प्रदान करता हो।
- यदि आपके पास ऐसे ऑफर आए तो उसको अच्छी तरह से जांच परख़ लें.
- किसी भी परिस्थति में अपनी बैंकिंग डिटेल्स अजनबियों के साथ शेयर न करें.
- यदि आप धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं, तो तत्काल इसकी सूचना साइबर क्राइम के अधिकारियों को दें।